मृत-निंद्रा…
November 21, 2012
जागी यादों को भूलाने
सो गया वह
मृत-निंद्रा में
थी मगर
कब उसे खबर
सपने राह तकती बेसबर
उसकी, लिए हाथों मे खंज़र
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जागी यादों को भूलाने
सो गया वह
मृत-निंद्रा में
थी मगर
कब उसे खबर
सपने राह तकती बेसबर
उसकी, लिए हाथों मे खंज़र
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